
देशभर में दाल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के बीच मध्य प्रदेश सरकार ने दलहन पर नई योजना का ऐलान किया है। संकेत हैं कि सरकार दाल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ाने पर विचार कर रही है। इस फैसले से किसानों को फायदा होगा, लेकिन महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी की जेब पर इसका असर पड़ सकता है।
दालों की मौजूदा कीमतें और MSP की जरूरत
फिलहाल बाजार में अरहर दाल 80 से 120 रुपये प्रति किलो, उड़द 90 से 110 रुपये प्रति किलो, मूंग 90 से 100 रुपये प्रति किलो और मसूर 80 रुपये प्रति किलो के बीच बिक रही है। MSP बढ़ाने का मतलब है कि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलेगा, जिससे वे दलहन उत्पादन की ओर अधिक आकर्षित होंगे। लेकिन इसका दूसरा पहलू यह है कि यदि कीमतें बढ़ीं, तो उपभोक्ताओं के लिए यह एक आर्थिक बोझ साबित हो सकता है।
दलहन फसलों पर सरकार का खास फोकस
मध्य प्रदेश सरकार ने गेहूं की तरह दालों पर भी MSP लागू करने का फैसला लिया है। इससे किसानों को राहत मिलेगी और वे दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे। सरकार का मानना है कि दालों के आयात पर निर्भरता कम करने के लिए घरेलू उत्पादन को बढ़ाना जरूरी है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि MSP बढ़ाने से किसानों को दलहन की खेती करने का अधिक प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे उत्पादन में वृद्धि होगी।
व्यापारियों की राय और संभावित प्रभाव
किराना और दाल कारोबारियों की राय इस फैसले पर बंटी हुई है। कुछ व्यापारियों का कहना है कि MSP बढ़ाने से दालों की कीमतों में स्थिरता आएगी और किसानों को ज्यादा लाभ मिलेगा। वहीं, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि जब दाल की मांग अधिक होती है और उत्पादन कम, तो कीमतें खुद-ब-खुद बढ़ जाती हैं। ऐसे में MSP बढ़ाने से अगर उत्पादन नहीं बढ़ा, तो आम उपभोक्ता पर महंगाई का बोझ बढ़ सकता है।
सरकारी योजना और नीतिगत कदम
केंद्र सरकार ने किसानों से रबी सीजन के दौरान दलहन की खरीद बढ़ाने का फैसला लिया है। नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) को उड़द, तूर और मसूर दाल की अधिक खरीद के निर्देश दिए गए हैं। इससे किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलेगा और दलहन उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
क्या दालों की MSP बढ़ाने से किसानों को फायदा होगा?
हां, किसानों को उनकी उपज का अधिक मूल्य मिलेगा और वे दलहन उत्पादन की ओर आकर्षित होंगे।
क्या MSP बढ़ने से आम उपभोक्ताओं को नुकसान होगा?
MSP बढ़ाने से दालों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिससे आम उपभोक्ताओं को महंगाई का सामना करना पड़ सकता है।
सरकार ने दलहन की खरीद को लेकर क्या कदम उठाए हैं?
केंद्र सरकार ने NAFED और NCCF को रबी सीजन के दौरान उड़द, तूर और मसूर दालों की खरीद बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
मध्य प्रदेश में दलहन उत्पादन कितना है?
वर्ष 2022-23 में मध्य प्रदेश में 14 लाख 52 हजार 313 हेक्टेयर में दलहन का उत्पादन हुआ।
सरकार द्वारा प्रस्तावित दाल MSP प्लान किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। इससे न केवल किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि सरकार दलहन उत्पादन को भी बढ़ावा दे सकेगी। हालांकि, इसका एक दूसरा पहलू यह भी है कि बढ़ी हुई MSP से दालों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं, जिससे आम आदमी को महंगाई का सामना करना पड़ सकता है।